आयुर्वेद ने हमें बहुत सारी औषधियां प्रदान की है जिसमें से एक है अशोक के पेड़ की छाल, जिससे अशोकारिष्ट (Ashokarishta) नाम का एक जबरदस्त महिलाओं का टॉनिक बनाया जाता है। महिलाओं के लिए अशोकारिष्ट के फायदे अनेक है जिसे महिलाओं का प्राकृतिक मित्र माना जाता है जो महिलाओं के हार्मोन असंतुलन, मासिक धर्म विकार व प्रजनन संबंधी विकारों को दूर करने के साथ-साथ और भी बहुत सी समस्याओं में लाभदायक है।
ब्यूटी दुनिया के इस लेख में अशोकारिष्ट के फायदे और नुकसान के साथ-साथ आपको इससे जुड़े और भी बहुत से पहलुओं को समझने में मदद मिलेगी। अशोकारिष्ट सिरप से संबंधित अपनी जिज्ञासा की पूर्ति के लिए पढ़े पूरा लेख।
अशोकारिष्ट क्या है (What Is Ashokarishta Tonic)
अशोकारिष्ट एक आयुर्वेदिक औषधि है जो अशोक के पेड़ की छाल के साथ और 14 प्राकृतिक अवयवों को मिलाकर बनाई जाती हैं। अशोक के पेड़ की छाल से इंडिका सारका नामक पदार्थ को काढ़े के रूप में निकाल कर 14 प्राकृतिक चीजों के साथ मिलाकर पहले किण्वित किया जाता है और फिर उबालकर फिल्टर किया जाता है। इसके सक्रिय यौगिकों में से एक के रूप में 5% से 10% स्वनिर्मित अल्कोहल होता है। यह मुख्यता महिलाओं के लिए निर्मित एक औषधीय टॉनिक है जो महिलाओं के प्रजनन अंगों से संबंधित विकारों और मासिक धर्म से संबंधित विकारों में उपयोगी है।
अशोकारिष्ट (Ashokarishta) में अशोक की छाल के अलावा निम्नलिखित चीज समाहित होते हैं :
- गुड़
- धातकी फूल
- मुस्तक जड़ें
- अदरक राइज़ोम
- कलौंजी
- दारुहरिद्र:
- उत्पला फूल
- अमलाकी
- विभीतकी
- आम बीज
- जीरे का बीज
- अदुलसा
- चंदन
- हरितकि
अशोकारिष्ट की औषधीय क्रियाएं (Ashokarishta Pharmacological Actions)
अशोकारिष्ट (ashokarishta tonic) एक आयुर्वेदिक दवा है जो निम्नलिखित औषधीय क्रियाओं के माध्यम से काम करती है:-
- एस्ट्रोजेनिक (हार्मोन संतुलन के लिए)
- एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन को कम करने के लिए)
- कार्मिनेटिव (गैस व कब्ज़ में राहत के लिए)
- एंटी-कार्सिनोजेनिक (कैंसर रोधी)
- एडाप्टोजेनिक (शरीर में स्थिरता व होमोस्टैसिस को बढ़ावा)
- हेमाटीनिक (खून की कमी को रोकने वाला)
- पाचन उत्तेजक ( पाचन शक्ति को दुरुस्त करने वाला)
- मांस पेशियों को आराम देने वाला
- इम्यून बूस्टर (प्रतिरोधक क्षमता की वृद्धि में सहायक)
- कार्डियोटॉनिक (हृदय को स्वस्थ रखने वाला)
अशोकारिष्ट में निहित पोषक तत्व (Ashokarishta Nutritional Value In Hindi)
जैसे पहले ही बताया जा चुका है कि अशोकारिष्ट (ashokarishta tonic) एक आयुर्वेदिक सिरप है जो 15 प्राकृतिक चीजों के संयोजन से बना है। इन में निम्नलिखित पोषक तत्व देखे जाते है,
- एल्केलाइड्स
- ग्लाइकोसाइड्स
- कार्बोहाइड्रेट्स
- टेनिन्स
- फ्लेवेनोइड्स
अशोकारिष्ट के फायदे (Ashokarishta Benefits in Hindi)
अशोकारिष्ट महिलाओं का प्राकृतिक मित्र है जो महिलाओं के उन दिनों वाली समस्याओं में काफी मदद करता है। यह वह टॉनिक है जिसे हमारी दादी नानी पीरियड्स में पीने की सलाह देती हैं। महिलाओं की प्रजनन संबंधी विकारों व मासिक धर्म में होने वाली दिक्कतों के इलाज के लिए अशोकारिष्ट एक बेहतरीन औषधि है।
अशोकारिष्ट एक ऐसा सिरप है जिसे डिलीवरी के बाद भी पीने की सलाह दी जाती है। ऐसा माना जाता है इसमें मौजूद तत्व महिला के शारीरिक क्षमताओं को फिर से दुरुस्त बनाते हैं। डिलीवरी के बाद इसे पीने का मेरा स्वयं का अनुभव काफी अच्छा रहा है। कहा जाता है अशोकारिष्ट पीने से डिलीवरी के बाद आपके यूट्रस में जो गंदगी बच जाती है वह आसानी से निकल जाती है और इसी के साथ ही चक्कर जैसी समस्याएं आपको भावी जीवन में नहीं देखने को मिलती। मेरे अनुसार अशोकारिष्ट एक महिला के लिए जीवन के हर पड़ाव पर साथ देने वाला एक सच्चा मित्र है।
1. अशोकारिष्ट मासिक धर्म में उपयोगी (Ashokarishta Benefits for Periods in Hindi)
पीरियड्स से जुड़ी हर समस्या से राहत पाने में अशोकारिष्ट निम्न तरीके से फायदेमंद है।
- सर्वप्रथम यह मासिक धर्म के चक्र को सामान्य बनाने में लाभकारी है। मासिक धर्म में होने वाली शीघ्रता व देरी को नियंत्रित करता है।
- अतिरज यानी पीरियड्स में होने वाली अत्याधिक रक्त स्त्राव(heavy bleeding) को रोकता है।
- पीरियड्स में होने वाले असहनीय पेट दर्द में राहत दिलाता है।
2. हार्मोन संतुलन (Ashokarishta Syrup Benefits in Hindi)
महिलाओं में हार्मोन्स एकआयु के बाद असंतुलित होने लगते हैं। जिसकी वजह से उन्हें बहुत ही समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जैसे
- चेहरे पर दाग धब्बे व झाइयां
- पीरियड्स में शीघ्रता वे देरी
- मोटापे की समस्या
- पर्याप्त नींद ना आना
- भूख ना लगना
अशोकारिष्ट में मौजूद एस्ट्रोजेनिक तत्व आपके शरीर में हार्मोन को संतुलित बनाए रखते हैं।
3. श्रोणि या पेल्विक सूजन में फायदेमंद (Ashokarishta Syrup Uses In Hindi)
अशोकारिष्ट टॉनिक में एंटी इन्फ्लेमेटरी यानी सूजन को कम करने वाला गुण और एंटीमाइक्रोबियल यानी सूक्ष्म जीवाणुओं को नष्ट करने वाला गुण मौजूद है। महिलाएं अक्सर अपने गर्भाशय, अंडाशय व अन्य प्रजनन अंगों में होने वाली सूजन से जूझती हैं। तो ऐसी समस्याओं में अशोकारिष्ट काफी बेनिफिशियल है।
4. लिकोरिया/ श्वेत प्रदर में अशोकारिष्ट के फायदे (Uterine Tonic Uses In Hindi)
सफेद पानी यानि योनि से सफेद, बदबूदार व चिपचिपा डिस्चार्ज आना लिकोरिया कहलाता है। इस बीमारी में अशोकारिष्ट काफी फायदेमंद है। इस बीमारी की वजह से महिलाओं में अक्सर कमर दर्द की परेशानी भी देखी जाती है, तो ऐसी स्थिति में अशोकारिष्ट का सेवन महिलाओं को कमर दर्द से तो निजात दिलाता ही है साथ ही उनके खून को साफ कर उन्हें इस समस्या से निजात भी दिलाता हैI
5.PCOS(पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) में अशोकारिष्ट के फायदे
यह एक ऐसी मेडिकल कंडीशन होती है जो आमतौर पर रीप्रोडक्टिव उम्र की महिलाओं में हार्मोन असंतुलन की वजह से पाई जाती है। इस स्थिति में महिलाओं के शरीर में मेल हार्मोन “एंडोजन” का लेवल बढ़ जाता है और ओवरसीज पर एक से ज्यादा सिस्ट पाई जाती हैं। ज्यादा वज़न व ज्यादा तनाव भी इसका प्रमुख कारण हो सकते है। इस बीमारी से ग्रसित महिला के गर्भवती होने की संभावना बहुत कम होती है। इस बीमारी के लक्षण इस प्रकार हैं-
- बढ़ता वजन
- थकान
- मासिक धर्म में चक्र में देरी
- बालों का पतला होना व झड़ना
- श्रोणि में दर्द
- सिर दर्द
- मुंहासे आदि।
जैसा कि पहले बताया गया है कि इन लक्षणों में अशोकारिष्ट सिरप काफी फायदेमंद होता है। तो इससे यह तय है की “पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम” में अशोकारिष्ट फायदेमंद है। जो हार्मोन संतुलन करने के साथ-साथ मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित कर पीरियड्स में अत्यधिक रक्त के स्त्राव को नियंत्रित भी करता है। लेकिन इसे लेने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य परामर्श लें।
6. त्वचा के लिए अशोकारिष्ट के फायदे (Ashokarishta Benefits For Skin)
- पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम से ग्रसित महिलाओं में पुरुष हार्मोन का लेवल बढ़ जाने की वजह से उनके चेहरे पर बाल आने लगते हैं। ऐसी स्थिति में अगर महिलाएं अशोकारिष्ट का सेवन करती हैं तो उनके हार्मोन संतुलित होते हैं। जिसकी वजह से उन्हें चेहरे पर बाल आने वाली समस्याओं से निजात मिलती है।
- हार्मोन असंतुलन, कब्ज़ और मानसिक तनाव की वजह से महिलाओं को मुहांसों की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में अशोकारिष्ट का सेवन उन्हें मुहांसों की समस्या से छुटकारा दिलाता है।
- अशोकारिष्ट खून साफ करता है और साथ ही चेहरे के ग्लो को भी बढ़ाता है।
7. ऑस्टियोपोरोसिस (अशोकारिष्ट पीने के फायदे)
यह एक हड्डी का रोग होता है। इस समस्या से जूझने वाले इंसान की हड्डियों के बीच खनिज घनत्व कम होने लगता है। जब महिलाओं में मासिक धर्म की प्रक्रिया बंद हो जाती है तो उसके बाद की स्थिति को मेनोपॉज कहा जाता है। पीरियड बंद होने के बाद महिलाओं में ढेरों बदलाव देखे जाते हैं जिसमें से हड्डियों की कमजोरी एक है। ऐसी स्थिति में महिलाओं की हड्डियों में कैल्शियम की कमी के साथ-साथ खनिज घनत्व का रिसाव होने लगता है।
नोट:- चूंकि अशोकारिष्ट ओस्टियोपोरोसिस में लाभकारी होता है। तो इस समस्या से जूझ रहे कोई भी स्त्री व पुरुष दोनों अशोकारिष्ट का सेवन कर सकते हैं।
अब बात करते हैं ; अशोकारिष्ट सिरप पीने के उन फायदों की जिसके चलते इसका महिलाओं के अलावा पुरुष भी सेवन कर सकते हैं।
8. इम्यून बूस्टर (Ashokarishta Uses)
अशोकारिष्ट पेड़ से संबंधित एक शोध में यह पता चला कि अशोक के पेड़ में इम्यूनिटी माड्यूलेटर के गुण पाए जाते हैं। तो कमजोर इम्यूनिटी वाले स्त्री और पुरुष दोनों इसको पी सकते हैं। यह इम्यूनिटी बूस्ट करने का काम करता है
9. पेट और कब्ज में अशोकारिष्ट के फायदे
अशोकारिष्ट में मौजूद कार्मिनेटिव गैस में राहत दिलाने वाला गुण और डाइजेस्टिव यानी पाचन शक्ति को दुरुस्त करने वाला गुण पाया जाता है। इसीलिए पेट और कब्ज की समस्या में अशोकारिष्ट महिला व पुरुष दोनों ले सकते हैं।
10. अल्सर में राहत
अशोक के पेड़ से संबंधित एक शोध से यह भी ज्ञात हुआ कि अशोक के पेड़ में एंटी-अल्सर के गुण पाए जाते हैं और इसी पेड़ की छाल से इंडिका सारका नामक अर्क निकालकर अशोकारिष्ट सिरप बनाया जाता है। तो इससे यह तय हो जाता है कि अशोकारिष्ट में अल्सर से राहत देने वाले गुण मौजूद हैं।
अशोकारिष्ट पीने के अन्य फायदे हैं | Ashokarishta Peene Ke Fayade
• मल मूत्र त्यागने की प्रक्रिया को सरल बनाता है।
• बाल झड़ना, मुंहासे और वजन बढ़ने जैसी समस्याओं में काफी फायदेमंद है।
• खूनी बवासीर व पेचिश की समस्याओं को हल करता है।
• भूख की कमी को दूर करता है
• महिलाओं में थकान को कम करके उनमें सहनशक्ति को बढ़ाता है।
अशोकारिष्ट का उपयोग कैसे करें | How To Use Ashokarishta In Hindi
• एक व्यस्क खाना खाने के बाद अशोकारिष्ट सिरप की 15-20 मिलीलीटर की मात्रा बराबर पानी की मात्रा में मिलाकर लें सकता है।
• बेहतर परिणाम के लिए पानी गुनगुना ले।
• अशोकारिष्ट सिरप को आप खाना खाने के बाद दिन में दो बार ले सकते हैं।
• अगर आपके पीरियड्स में देरी हो रही है तो ऐसी स्थिति में आप 10 मिलीलीटर अशोकारिष्ट की दवाई बिना पानी में मिलाएं पी सकते हैं। इससे आपको अच्छे रिजल्ट मिलेंगे।
• 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों को डॉक्टर अशोकारिष्ट सिरप पीने की अनुमति नहीं देते।
सावधानियां
- अशोकारिष्ट सिरप की मात्रा का सेवन अपने चिकित्सक की परामर्श के अनुसार करें या फिर बोतल पर निर्देशित मात्रा का सेवन करें।
- हमेशा गुनगुने पानी में अशोकारिष्ट मिला कर ले।
- खाली पेट सिरप का सेवन कभी भी ना करें।
- मरीज अगर किसी बड़ी बीमारी से ग्रसित है तो अशोकारिष्ट सिरप का सेवन नजरंदाज करें। अगर उसे लगता है कि इस दवाई से उसकी स्थिति में सुधार हो सकता है। तो ऐसी स्थिति में इसके सेवन से पहले डॉक्टर का परामर्श अवश्य लें।
- दवाई का कम या ज्यादा अपनी इच्छा के अनुसार ना करके डॉक्टर की परामर्श के अनुसार करें।
अशोकारिष्ट के नुकसान | Ashokarishta Side Effects In Hindi
वैसे तो अशोकारिष्ट एक आयुर्वेदिक औषधि है और इसके नुकसान के बारे में अभी तक कोई वैज्ञानिक तथ्य सामने नहीं आए हैं। लेकिन यह भी देखा गया है कि अगर आप इस की ज्यादा मात्रा ले लेते हैं और जिस तरीके से इसके उपयोग करने के लिए निर्देश दिए गए हैं, उनको फॉलो नहीं करते तो ऐसे में कुछ साइड इफेक्ट देखे जा सकते हैं जैसे:-
• अशोकारिष्ट सिरप की ज्यादा मात्रा लेने से महिलाओं में पीरियड्स की अनियमितता देखी जाती है तो इसकी उचित मात्रा ही ले और अपने डॉक्टर के परामर्श के अनुसार ले।
• जैसा कि इस लेख में पहले ही बताया जा चुका है कि अशोकारिष्ट में 5% से 10% प्राकृतिक अल्कोहल पाया जाता है तो कुछ लोगों में इसके सेवन के पश्चात जलन व एसिडिटी की समस्या देखी जाती है।
• अशोकारिष्ट में गुड होने की वजह से यह डायबिटीक यानी मधुमेह के रोगियों के लिए वर्जित है।
• यह हृदय की धड़कनों को बढ़ा देता है। इसीलिए उच्च रक्तचाप के लोगों को इसके सेवन से बचना चाहिए।
• अशोकारिष्ट की गलत मात्रा का सेवन करने से उल्टी या मतली की समस्या हो सकत
पीरियड्स में अशोकारिष्ट पीना चाहिए या नहीं
सबसे पहले आपको अपने पीरियड्स के दौरान अपनी समस्या को पहचानना होगा।
• अगर आपको पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग खुलकर नहीं होती, रुक-रुक कर होती है तो ऐसी स्थिति में आप अशोकारिष्ट सिरप ले सकते हैं।
• अगर आपको पीरियड के दौरान चिड़चिड़ापन, तनाव, बुखार व पेट में दर्द होता है। तो भी आप इस दवा को ले सकते हैं।
• अगर आपको महीने में एक से अधिक बार पीरियड्स आते हैं। जैसे कि कुछ महिलाओं को 1 महीने में दो बार पीरियड्स आ जाते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको यह दवा पीरियड्स में नहीं लेनी चाहिए, बाकी दिन ले सकते हैं।
निष्कर्ष
यहां पर हमने आपको अशोकारिष्ट के फायदे और नुकसान बताने के साथ-साथ उससे संबंधित बहुत सारी जानकारियां भी दी हैं। अशोकारिष्ट महिलाओं के लिए एक जबरदस्त टॉनिक है जिसे आप अपनी संबंधित समस्याओं के लिए पी सकते हैं। यहां मैं कहना चाहूंगी अगर आप को कोई भी समस्या नहीं है तो भी आप अशोकारिष्ट का सेवन कर सकते हैं क्योंकि इसमें मौजूद तत्व आपको अंदरूनी तंदुरुस्ती देने के साथ-साथ आपके चेहरे की चमक को बढ़ाते हैं और इसी के साथ साथ हार्मोन संतुलन का काम करते हैं।
हम आशा करते हैं कि इस लेख को पढ़ने के बाद आप अशोकारिष्ट का सेवन अवश्य करेंगे। उसके बाद आपको जो भी प्रभाव अपने में नजर आता है वह हमारे साथ शेयर करना ना भूले क्योंकि आप जो अपने अनुभव कमेंट बॉक्स में शेयर करते हैं, वह सब दूसरे पाठकों के बहुत से प्रश्नों का उत्तर भी बन जाते हैं तो इस तरीके से आप दूसरों की सहायता करते हैं।
FAQ (ज्यादातर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1- क्या अशोकारिष्ट फैलोपियन ट्यूब को खोलने में मदद करता है?
Ans. नहीं, अशोकारिष्ट फैलोपियन ट्यूब को खोलने में कारगर है या नहीं I इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
Q2- क्या अशोकारिष्ट बच्चों के लिए अच्छा है?
Ans- 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अशोकारिष्ट निषेध है। 5 साल से ऊपर के बच्चों को अशोकारिष्ट दिया जाना चाहिए या नहीं इसके लिए आप सबसे पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लें।
Q3- क्या अशोकारिष्ट रजनोवृति के लिए अच्छा है?
Ans- हां, अशोकारिष्ट में निहित पोषक तत्व, फाइबर और इसके औषधीय गुण इसे रजोनिवृत्ति के लिए उपयोगी साबित करते हैं।
Q4- पीरियड्स में अशोकारिष्ट पीना चाहिए?
Ans- हमने अपने इस लेख में पीरियड्स में अशोकारिष्ट पीना चाहिए या नहीं इसके बारे में विस्तृत रूप से बताया है, कृपया उसे पढ़ें।
Q5- अशोकारिष्ट प्रेगनेंसी में पीना चाहिए या नहीं?
Ans- नहीं, अशोकारिष्ट को प्रेगनेंसी में बिल्कुल भी नहीं पीना चाहिए क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है। प्रेगनेंसी में गर्म तासीर की चीजें खाने के लिए मना किया जाता है।
Q6- स्तनपान कराने वाली महिलाओं को अशोकारिष्ट पीना चाहिए या नहीं?
Ans- वैसे तो स्तनपान कराने वाली महिलाओं को अशोकारिष्ट नहीं पीना चाहिए क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है। बच्चे को इससे दस्त लग सकते हैं या उसके पेट में दर्द हो सकता है। अगर फिर भी आपको किसी परिस्थितिवश अशोकारिष्ट पीना पड़ता है तो आप बच्चे को फीड कराने और अशोकारिष्ट के सेवन के बीच में 3 से 4 घंटे का समय अंतराल जरूर रखें।
Q7- बैद्यनाथ अशोकारिष्ट के बारे में बताएं।
Ans- बाजार में आपको बहुत सारे अशोकारिष्ट के ब्रांड मिल जाएंगे जिसमें से बैद्यनाथ अशोकारिष्ट एक है। सभी ब्रांड द्वारा निर्मित अशोकारिष्ट महिलाओं की प्रजनन अंगों को सुदृढ़ करने व मासिक धर्म चक्र में होने वाली समस्याओं के समाधान में मदद करता है। विस्तृत जानकारी के लिए पढ़े पूरा लेख।
अशोकारिष्ट के फायदे के बारे में सभी प्रश्न पढ़ें जिनके बारे में लोग आमतौर पर पूछते हैं