गर्मी शुरू होने वाली है, गुलकंद बनाया या नहीं, यह वक्तव्य हर उस घर में दादी या नानी के द्वारा आमतौर पर बोले जाते हैं। जो घर व्यवस्था प्रिय होते हैं एवं मौसमानुसार खान पान का ज्यादा ध्यान रखते हैं। उत्कृष्ट स्वाद व सुगंध से परिपूर्ण Gulkand ke fayde ढ़ेर सारे है जिन्हें आज के समय में हर कोई जानना चाहता है।
जैसे ही गर्मियों का आगाज़ होता है। पसीना, चिपचिपाहट, कब्ज, रूखी त्वचा, मुंहासे और रूसी जैसी समस्याएं भी लोगों को परेशान करने लगती है। ऐसे हॉट सीज़न में लोग कूल-कूल रहना चाहते हैं, कम खाना पसंद करते हैं और वही खाना चाहते हैं जो उनके शरीर को गर्मी से राहत दिलाकर ठंडक पहुंचाए। गुलकंद जैसे ठंडी तासीर वाले खाद्य पदार्थ उनके शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं।
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ब्यूटी दुनिया के इस लेख में आज हम बात करेंगे; गुलकंद के फायदे (Gulkand Benefits). गुलकंद एक ऐसा ठंडी तासीर वाला खाद्य पदार्थ है जिसका उपयोग भारतीय व्यंजनों के साथ-साथ आयुर्वेदिक दवाओं में भी किया जाता है। यूनानियों ने सर्वप्रथम गुलकंद को उपचार में इस्तेमाल किया। उनका मानना था, गुलकंद में शरीर को ठंडक पहुंचाने वाले बेहतरीन गुण विद्यमान है इसीलिए उन्होंने गुलकंद को कूलिंग टॉनिक का नाम दिया। उत्कृष्ट स्वाद व सुगंध से परिपूर्ण गुलकंद आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत तरह से फायदेमंद है जिसका जिक्र आज हम अपने इस लेख में करने जा रहे हैं।
गुलकंद क्या है | What Is Gulkand
- गुलकंद को गुलाब की पंखुड़ियों का मुरब्बा कहा जाता है।
- यह गुलाब की ताजी पंखुड़ियों से बनाया जाता है।
- इसमें मिठास लाने के लिए चीनी/मिश्री का इस्तेमाल किया जाता है।
- इसे गुलकंद इसलिए कहते हैं, क्योंकि अरबी में गुल का अर्थ है फूल और कंद का अर्थ मिठास होता है।।
- गुलकंद एक नेचुरल कूलेंट है जो सभी उम्र के बच्चे व बड़ों के लिए काफी फायदेमंद है।
- यह सिर्फ पान के स्वाद को ही नहीं बढ़ाता बल्कि हमारे स्वास्थ्य से लेकर सौंदर्य तक की ढेरों समस्याओं में फायदा करता है इस तरह से Gulkand Health Benefits बहुत सारे है।
- वैसे तो इसे हर मौसम में खा सकते हैं परंतु खासतौर पर गर्मियों के दिनों में लोग इसे खाना ज्यादा पसंद करते हैं क्योंकि यह शरीर को ठंडक प्रदान करने वाला ठंडी तासीर का खाद्य पदार्थ है जो हाथ-पैर की जलन, पेट में दर्द, जी मचलाना, एसिडिटी, सिरदर्द, सुस्ती-थकावट, कब्ज, मुंहासे और अनियमित नींद जैसी बहुत सी समस्याओं में राहत दिलाता है।
- गुलकंद में विटामिंस ए, बी और सी पाया जाता है।
- Gulkan एक अच्छा एन्टी बैक्टिरीयल है जो त्वचा संबंधित समस्याओं में बहुत फायदेमंद है।
- इसके साथ ही इसमें प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते है जो शरीर की प्रतिरोधात्मक क्षमता को बढ़ाकर थकान को कम करता है।
- यह त्वचा को हाइड्रेट भी करता है।
- खाना खाने के बाद गुलकंद खाने से पाचन क्रिया भी दुरुस्त होती है।
- भोजन करने के बाद गुलकंद एक अच्छा माउथफ्रेशनर भी है।
गुलकंद के फायदे | Gulkand Benefits
उत्कृष्ट स्वाद व सुगंध से परिपूर्ण गुलकंद के फायदे ढ़ेर सारे है जिन्हें आज के समय में हर कोई जानना चाहता है। गुलाब की पंखुड़ियों से बनने वाला यह मुरब्बा स्वाद में तो बेहतर होता ही है लेकिन इसके साथ ही हमारे स्वास्थ्य के लिए यह एक रामबाण उपाय भी है। अकेला गुलकंद हमें कितने सारे फायदे देता है। चलिए इसके बारे में जानते हैं।
1. वजन कम करने में गुलकंद के फायदे | Gulkand Benefits For Weight Loss In Hindi)
- गुलाब में मौजूद लैक्सेटिव या ड्यूरेटिक गुण मेटाबॉलिज को तेज करने में मदद करते हैं।
- मेटाबॉलिज में तेज होने पर शरीर में कैलोरी की मात्रा कम करता है जिस कारण वजन नियंत्रण में रहता है इस स्थिति में आप रोजाना खाने के बाद गुलकंद का सेवन करें। गुलकंद में गुलाब का अर्क होता है जो आपके वजन को कम करता है।
- अगर आप गुलकंद नहीं खाना चाहते तो आप निम्नलिखित उपयोग से वजन कम कर सकते हैं। जैसा कि गुलकंद में भी गुलाब का अर्क भी होता है। आप निम्नलिखित तरीके से गुलाब का अर्क घर में ही बना सकते हैं।
- गुलाब के 20 पंखुड़ियों को एक गिलास पानी में तब तक उबालें जब तक पानी गहरा गुलाबी ना हो जाए।
- अब इस पानी में एक चुटकी इलायची पाउडर और एक चम्मच शहद मिलाकर खाने इस पानी को दिन में दो बार खाने के बाद ले।
2. प्रेगनेंसी में गुलकंद के फायदे | Gulkand Ke Fayde In Pregnancy
- प्रेगनेंसी में ज्यादातर महिलाएं कब्ज की समस्या से ग्रसित रहती हैं क्योंकि गुलकंद में मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में गुलकंद का सेवन उनकी कब्ज की समस्या को दूर करता है।
- महिलाओं को कुछ भी गर्म तासीर की चीजें खाने के लिए मना किया जाता है। गुलकंद की सबसे खास बात यह है कि इस की तासीर ठंडी होती है जब भी प्रेग्नेंट महिलाओं का कुछ भी मीठा खाने का मन होता है तो वह गुलकंद खा सकती हैं। घर का बना गुलकंद हो तो और अच्छी बात है
3. Gulkand Ke Fayade Skin ke Liye | Gulkand Benefits For Skin In Hindi
- धूप और गर्मी की वजह से सनबर्न हो जाता है। जिसकी वजह से स्किन पर जलन, रैशेज और लाल चकत्ते पड़ जाते हैं। गुलकंद शरीर में विद्यमान तापमान को नियंत्रित करता है और सनबर्न जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।
- Gulkhand एक गजब का कायाकल्प है जिसमें बहुत सारे एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो मुहांसों को दूर करने में मदद करते हैं। और इसी के साथ ब्लैकहेड्स, वाइटहेड्स की समस्या को भी दूर करता हैं।
- इसी के साथ यह एक अच्छा anti-aging भी है।
- गुलकंद का सेवन त्वचा में नमी को बनाए रखता है और बेजान त्वचा में जान लाता है।
- यह रक्त को साफ करता है और हमारी त्वचा के रंग को भी सुधरता है।
4. कब्ज में गुलकंद के लाभ | Gulkand Benefits For Constipation
- आजकल लोग अनुचित खानपान की वजह से गैस, अपच, पेट में ऐंठन की समस्या से ग्रसित रहते हैं। गुलकंद का सेवन इन समस्याओं से निजात देने के साथ-साथ शरीर में ठंडक भी प्रदान करता है।
- गुलकंद मल को पतला करता है जिससे मल त्यागने में आसानी होती है।
- बवासीर (Gulkand Benefits For Piles) से ग्रस्त रोगियों को गुलकंद खाने की सलाह दी जाती है।
- यह छोटी व बड़ी आंत की सूजन को भी कम करता है।
- शरीर में एक्स्ट्रा हीट को नियंत्रित करता है जिससे पेट की बहुत सारी समस्याओं में राहत मिलती है।
5. मुंह के अल्सर में गुलकंद के लाभ | Benefits Of Gulkand In Mouth Ulcers In Hindi
- जब पेट खराब होता है और कब्ज होती है तो शरीर में विषाक्त तत्व मल के जरिए पूरी तरह से बाहर नहीं निकल पाते। उनके द्वारा जनरेट की हुई गर्मी स्किन में किसी न किसी रूप में बाहर निकलती है।
- मुंह के छालों का होना उन्हीं में से एक है जो शरीर में विटामिन बी समूह की कमी के कारण होता है। गुलकंद में विटामिन बी समूह की मात्रा पाई जाती है तो ऐसी स्थिति में गुलकंद का सेवन मुंह के छालों में राहत का काम करता है।
6. गुलकंद का इस्तेमाल आंखों की समस्या में | Gulkand Benefits For Eyes)
- गुलकंद का स्वभाव शीतलता प्रदान करने वाला होता है जो आंखों में होने वाली जलन व खुजली को दूर करता है।
- गुलकंद आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी सहायक है।
7. थकान व मानसिक तनाव में गुलकंद के फायदे | Benefits Of Gulkand for Fatigue And Mental Stress)
- गुलकंद के फायदे थकान व तनाव को कम करने में भी हो सकते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को ऊर्जावान बनाने के साथ-साथ तंत्रिका तंत्र को संतुलित करने का भी कार्य करते हैं।
- गुलकंद की शीतलता मानसिक तनाव को भी कम करती है।
8. हृदय स्वास्थ्य के लिए गुलकंद का लाभ | Gulkand Benefits For Heart In Hindi)
- जैसा कि पहले भी बताया जा चुका है कि गुलकंद में मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जो ब्लड प्रेशर व ब्लड ग्लूकोस को कंट्रोल करता है।
- हृदय की धमनियों को सुचारू रूप से कार्य करने में मदद करता है।
गुलकंद के अन्य फायदे | Uses Of Gulkand
- गर्मी के दिनों में बच्चों में नकसीर (नाक से खून) निकलने की समस्या होती हैं। ऐसे में गुलकंद का सेवन उनके लिए लाभकारी है।
- यह महिलाओं में योनि के संक्रमण से होने वाले पीले प्रदर को भी कम करने में मदद करता है।
- गुलाब में एंटीऑक्सीडेंट्स गुण पाए जाते है। इसके सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। यूरिन से जुड़ी समस्या में भी गुलकंद लाभदायक होता है।
- कैंसर रोगियों को कीमोथेरेपी के उपचार के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए गुलकंद का उपयोग (Uses of Gulkand) करने की सलाह दी जाती है।
- जैसा कि पहले भी बताया गया है गुलकंद में एंटी ऑक्सीडेंट्सस पाए जाते हैं जो याददाश्त बढ़ाने में मदद करते है और इसी के साथ किसी तरह की भयंकर दिमागी बीमारी के होने से भी यह बचाता है।
- बच्चों में यह पावर बूस्टर का काम करता है।
- गुलकंद आपके हीमोग्लोबिन के स्तर को भी बढ़ाता है।
- यह गर्मियों में लू से भी बचाता है।
गुलकंद के नुकसान | Gulkand Side Effects
- गुलकंद में शुगर की मात्रा पाई जाती है। इसको बनाने के लिए चीनी/ मिश्री या शुगर का इस्तेमाल किया जाता है तो यह मधुमेह के रोगियों के लिए उचित नहीं है। इसके सेवन से उनकी तबीयत बिगड़ सकती है।
- जिन लोगों को गुलाब की सुगंध से एलर्जी होती है। उनके लिए गुलकंद का सेवन उनकी एलर्जी को और बढ़ा सकता है।
- गुलकंद की तासीर ठंडी होती है इसीलिए अगर इसका ज्यादा मात्रा में सेवन कर लिया जाए तो इससे सर्दी- जुकाम होने की संभावना होती है।
- ज्यादा मोटे लोग गुलकंद ना खाएं।
- वैसे तो गुलकंद सभी प्राकृतिक चीजों से मिलकर बनता है तो ऐसी स्थिति में इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ना संभवतः कम है सिवाय उपरोक्त तीन स्थितियों के।
गुलकंद बनाने की विधि | How To Make Gulkand In Hindi
गुलकंद बनाने की सामग्री
- गुलाब की पंखुडियां- 100 ग्राम
- शक्कर- 50 ग्राम
- छोटी इलायची (पीसी हुई)- 1 टीस्पून
- सौंफ (पीसी हुई)- 1 टीस्पून
गुलकंद बनाने की विधि
- गुलाब की पंखुडियों को धोकर, सूती कपड़े पर सुखाकर, किसी कांच के बर्तन में डालें।
- फिर इसमें सारी सामग्री अच्छी तरह से मिलाएं और इसे ढककर 8-10 दिन धूप में रखें।
- इसे बीच-बीच में हिलाते रहें।
- जब आपको लगे पंखुडियां गल चुकी है तो समझो गुलकंद बन कर तैयार है।
गुलकंद खाने का तरीका | How To Eat Gulkand
गुलकंद कौन-कौन खा सकता है?
जैसा पहले ही बताया जा चुका है गुलकंद बच्चे से लेकर बूढ़े, गर्भवती महिला कोई भी खा सकता है, सिवाय मधुमेह के रोगियों के।
गुलकंद का सेवन कैसे किया जाता है? (Gulkand Uses)
गुलकंद को आप निम्नलिखित तरीकों से खा सकते हैं
- सबसे बेस्ट तरीका गुलकंद को खाने का है; दूध में गुलकंद को मिलाकर खाना। इस प्रक्रिया में आपको दूध को उबालना है और उसमें एक चम्मच गुलकंद मिलाना है। गुलकंद में अपनी मिठास पर्याप्त होती है इसीलिए आपको इस दूध में एक्स्ट्रा चीनी या शहद मिलाने की जरूरत नहीं है।
- आप गर्म दूध के अलावा ठंडे दूध में भी गुलकंद को मिलाकर ले सकते हैं। यह दूध स्वाद और सुगंध में बच्चों को बहुत आकर्षित करता है।
- आप पानी के साथ भी गुलकंद को ले सकते हैं।
- इसके अलावा गुलकंद को ब्रेड पर लगाकर भी खा सकते है।
- गुलकंद को आप डायरेक्टली भी खा सकते हैं।
- गुलकंद में ड्राई फ्रूट मिक्स करके उसके लड्डू बनाकर भी आप खा सकते हैं। यह एक तरह की मिठाई बन जाती है।
गुलकंद कब खाना चाहिए?(Benefits Of Eating Gulkand)
गुलकंद को आप सुबह और शाम खाने के बाद खा सकते हैं।
गुलकंद कितना खाएं?
- शिशुओं को 500 से 1 ग्राम
- बच्चों को 2 से 3 ग्राम
- वयस्क को 10 ग्राम 20 ग्राम
- गर्भावस्था में 2 से 5 ग्राम
- वृद्धावस्था (बुढ़ापा) में 5 ग्राम देना चाहिए।
गुलकंद के बेस्ट 5 भारतीय ब्रांड | Gulkand Price
निष्कर्ष | Conclusion
इस लेख में हमने गुलकंद के बारे में पूरा विवरण देने की कोशिश की है जिसमें हमने बताया है गुलकंद के फायदे, नुकसान, गुलकंद बनाने की विधि, सेवन करने का तरीका। गुलकंद एक कूलिंग टॉनिक है जिसे गर्मियों में शरीर के तापमान को नियंत्रित करने के लिए लिया जाता है यह गर्मियों में खाने की चीज है तो इसका मतलब यह नहीं है कि इसे हम सर्दियों में नहीं खा सकते हम इसे सर्दियों में भी खा सकते हैं लेकिन थोड़ी कम मात्रा में आशा करते हैं आपको यह लेख पसंद आया होगा।
FAQS | ज्यादातर पूछे जाने वाले प्रश्न
कब्ज में गुलकंद कैसे और कितना ले?
जैसा कि इस लेख में बताया गया है कि गुलकंद में मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो कब्ज में बहुत ही कारगर होता है। कब्ज में गुलकंद लेने का सबसे अच्छा तरीका है, गर्म दूध में गुलकंद को मिला कर लेना। एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच गुलकंद रात को सोने से पहले लें।
गुलकंद का क्या भाव है?
इस लेख में बेस्ट 5 ब्रांड के गुलकंद को उनके भाव के साथ ऊपर बताया गया है कृपया उसे पढ़ें।
क्या गुलकंद का इस्तेमाल मासिक धर्म में कर सकते है?
हां, मासिक धर्म में गुलकंद खाना फायदेमंद है (Gulkand Benefits For Periods) क्योंकि मासिक धर्म में होने वाले दर्द ऐंठन (cramps) से गुलकंद छुटकारा दिलाता है।
क्या गुलकंद का फेस (Gulkand Face Pack) पैक लगा सकते हैं?
हां, थोड़े से दूध में गुलकंद को अच्छी तरह से मिलाकर उसका फेस पैक बनाकर हम अपने फेस पर लगा सकते हैं। यह आपके चेहरे को गुलाब जैसा निखार देता है
गुलकंद के फायदे के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तर पढ़ें