भारत में 41 से 50 वर्ष की उम्र में महिलाओं का मासिक चक्र खत्म हो जाता है। मासिक चक्र खत्म होने की प्रक्रिया को मेनोपॉज कहा जाता है।इस स्थिति से हर महिला को गुजरना है, इसीलिए प्रत्येक महिलाओं को पीरियड बंद होने के लक्षण का पता होना चाहिए।
जब मेनोपॉज होता है, तो महिलाओं में कई शारीरिक व मानसिक बदलाव देखने को मिलते हैं और इसी मेनोपॉज के दौरान बहुत सी शारीरिक तकलीफों का सामना महिलाओं को करना पड़ता है। इसीलिए अपनी शारीरिक तकलीफ को कभी भी नजरअंदाज ना करें।
ब्यूटी दुनिया के इस लेख में हम आपको पीरियड बंद होने के लक्षण बताएंगे। ताकि आप जिन शारीरिक और मानसिक समस्याओं से उस दौरान जूझते हो, तो उससे आपको उभरने में मदद मिल सके।
पीरियड बंद होने के लक्षण | Period Band Hone Ke Lakshan
आम तौर पर 40 या 50 वर्ष (Menopause Age India) की उम्र के दौरान महिलाओं में मेनोपॉज आता है। कुछ महिलाओं में यह स्थिति 30 से 40 वर्ष के बीच में पीरियड्स बंद हो जाते है। इस चरण को प्री मीनोपॉज कहते हैं।
कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, सर्जरी, आनुवंशिक बीमारी, ऑटोइम्यून बीमारी, जेनिटल टीवी और धूम्रपान की वजह से प्री मैनोपोज की स्थिति पैदा होती है।
समय से पूर्व मेनोपॉज की स्थिति हो या समय के अनुसार। दोनों में मेनोपॉज के लक्षण सामान्यतः एक जैसे ही होते हैं। तो आइए जानते हैं मासिक धर्म बंद होने के लक्षण (Period Band Hone Ke Lakshan)
1. अनियमित पीरियड्स | Period Me Blood Kam Aana
जब आपको ऐसा लगे कि आपके पीरियड्स नियमित रूप से नहीं हो रहे हैं, तो आप समझ जाइए कि मेनोपॉज की स्थिति निकट है। इस स्थिति में आपको ब्लीडिंग की अनियमितता का भी सामना करना पड़ सकता है, जैसे बहुत ही कम ब्लीडिंग का होना।
अनियमितता के चलते अणु के बनने की संख्या भी बंद हो जाती है और धीरे-धीरे ओवरी निष्क्रिय हो जाती है। जब आप ऐसी स्थिति का सामना करते हैं। तो अपने डॉक्टर से परामर्श लेने के लिए जरूर संपर्क करें।
2. पेशाब अधिक आना | What Is Menopause In Hindi
मेनोपॉज की स्थिति में महिलाओं में पेशाब छूटने की समस्या ज्यादा होती है। उनके ब्लैडर में पेशाब को रोकने की क्षमता क्षीण हो जाती है। जिस वजह से उन्हें बार बार बाथरूम जाना पड़ता है।
3. पेशाब में जलन | Menopause In Hindi
जब आप मेनोपॉज की स्थिति के निकट होते है तो आपको पेशाब में जलन का सामना करना पड़ सकता है पेशाब का गहरा पीले रंग का होना और पेशाब करते वक्त बहुत जलन का सामना करना यह मेनोपॉज के लक्षण है।
इस समस्या से छुटकारा पाने का सबसे अच्छा उपाय है, अधिक मात्रा में पानी पीना। एक दिन में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी का सेवन जरूर करें।
4. अधिक गर्मी लगना | Masik Chakra Ki Jankari
जब आपको लगे कि आपका शरीर का तापमान बिना बुखार के ही कुछ बढ़ा हुआ सा लगता है। तो यह स्थिति भी संकेत करती है कि मेनोपॉज की स्थिति निकट है।
इसमें आपको बहुत अधिक पसीना निकलता है और मूड स्विंग होना, घबराहट, बेचैनी जैसी स्थिति मेनोपॉज के लक्षण है।
5. सेक्स की इच्छा खत्म होना | Menopause Symptoms Age 43
जब मेनोपॉज की स्थिति निकट होती है तो महिलाओं में सेक्स की इच्छा खत्म हो जाती है। सेक्स के दौरान तकलीफ और दर्द की वजह से उनका सेक्स करने का मन नहीं करता।
6. अधिक मूड स्विंग होना | Ladies Problem Period In Hindi
पीरियड बंद होने के लक्षण में एक अहम लक्षण है, मूड का अधिक स्विंग होना। मेनोपॉज की स्थिति में महिलाओं में अक्सर भावात्मक उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं। भावनाओं की अस्थिरता का सामना करना पड़ता है।
7. अनिद्रा की समस्या | Period Me Kam Bleeding Hona
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन देखने को मिलता है। हार्मोन असंतुलन के साथ उन्हें भावनाओं के उतार-चढ़ाव का भी बहुत सामना करना पड़ता है। जिसकी वजह से उन्हें अक्सर अनिद्रा की समस्या देखी जाती है।
8. अन्य लक्षण | Period Band Hone Ke Lakshan
उपरोक्त लक्षणों के अलावा निम्नलिखित लक्षण भी मेनोपॉज की स्थिति को संकेत करते हैं।
- स्तनों से सफेद रंग का पानी निकलना
- बालों का झड़ना
- सिर में अक्सर दर्द रहना
- आंखों में थकावट और कमजोरी अनुभव करना
- चेहरे पर अधिक बाल आना
- श्रेणी में दर्द होना
- मुंहासे होना इत्यादि।
निष्कर्ष | Conclusion
इस लेख में हमने आपको पीरियड बंद होने के लक्षण के बारे में बताया है। अगर आपकी उम्र 40 से 50 है और आपको उपरोक्त लक्षणों का सामना करते हैं तो इसका मतलब है कि आपकी मेनोपॉज की स्थिति समीप है।
ऐसी स्थिति में आप अपने डॉक्टर से परामर्श लें। बहुत ही महिलाओं में पीरियड्स का अनियमित होना एक सामान्य बात है। इसके पीछे बहुत से कारण हो सकते हैं जैसे पीसीओएस जैसी बीमारियों का होना।
अगर आपको किसी बीमारी के चलते पीरियड महीने में नहीं हो रहे हैं। तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपकी मेनोपॉज की स्थिति पास है। ऐसी स्थिति में आप अपने डॉक्टर से परामर्श लें वह आपको अच्छा सुझाव देंगे।